क्या कहना है सत्तारूढ़ दल का?
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में 'रोकटोक' नामक कॉलम में राउत ने 'एकटा सोनू सूद खरा' शीर्षक से एक लेख लिखा। इसमें उन्होंने कई सवाल खड़े किए हैं।शिवसेना के इस नेता ने कहा कि सोनू सूद ने केरल के एर्नाकुलम से ओडिशा के भुबनेस्वर तक हवाई जहाज़ की एक विशेष उड़ान भेजी। इससे 177 लड़कियों को भेजा गया। इसके लिए विमान को बेंगलुरू से कोच्चि ले जाया गया। राउत ने सवाल किया है कि क्या बग़ैर किसी राजनीतिक और प्रशासनिक मदद के ही हो गया?
राजनीतिक मशीनरी?
राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार ने प्रवासी मज़दूरों को उनके घर भेजने के लिए ख़ास प्रकोष्ठ बनाया है। पर मज़दूरों से कहा जा रहा है कि वे घर जाना चाहते हैं तो एक नंबर पर मैसेज डाल कर सोनू सूद से कहें। इसके पीछे एक बहुत बड़ी राजनीतिक मशीनरी काम कर रही है।' शिवसेना प्रवक्ता ने पूछा,“
'हज़ारों कामगारों को उनके घर पहुँचाने के लिये सोनू सूद के पास कौन मशीनरी है? इसके पीछे शंकर पवार हैं जो राष्ट्रीय बंजारा स्वयं सेवा संघ के प्रमुख हैं। पर वह महज दिखाने को हैं।'
संजय राउत, नेता, शिवसेना
बीजेपी का पलटवार
बीजेपी ने इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी है। यह दिखाता है कि महाराष्ट्र सरकार कोरोना से निपटने में किस तरह नाकाम है।'महाराष्ट्र की मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने इसके बाद कहा, 'यदि कोई अभिनेता अपने पैसे से प्रवासी मज़दूरों की मदद कर रहा है तो सेना को क्या दिक्क़त है? वह तो उनका ही काम कर रहा है।'
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