ममता बनर्जी क्या कांग्रेस विरोध की अपनी ज़िद छोड़ रही हैं? क्या उन्हें यह समझ आ गया है कि कांग्रेस विरोध से बीजेपी को ही फ़ायदा होगा? क्या वो गोवा में कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ेंगी? एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इस बात के संकेत दिये हैं कि ममता के रुख़ में बदलाव आ रहा है। शरद पवार ने कहा है कि गोवा में वो ममता और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं।
अब तक गोवा में ममता की पार्टी टीएमसी कांग्रेस का ज़बरदस्त विरोध कर रही थी। उसने गोवा में कांग्रेस के विकल्प के तौर पर खुद को पेश किया। इससे इस बात को हवा मिली कि ममता कांग्रेस को कमजोर कर रही है या बीजेपी को। पिछले दिनों गोवा में टीएमसी की इंचार्ज महुआ मोइत्रा ने भी इस बात के संकेत दिये थे। उन्होंने कहा था कि बीजेपी को हराने के लिये सारे दल एक साथ आयें। अब पवार भी कमोबेश वही बात कह रहे हैं।
पवार ने इस मौक़े पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। शरद पवार ने योगी के उस बयान पर आपत्ति जताई है जिसमें योगी ने बयान दिया था कि यूपी में 20 फ़ीसदी लोग उनके साथ नहीं हैं। पवार ने कहा कि आख़िर यह 20 फ़ीसदी लोग कौन हैं? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए, क्योंकि वह एक बड़े पद पर बैठे हुए हैं। योगी आदित्यनाथ ने एक निजी चैनल के इंटरव्यू में कहा था कि प्रदेश में 80 फीसदी की जनता तो उनके साथ है लेकिन 20 फीसदी उनके साथ नहीं है। योगी ने एक विशेष वर्ग पर बयान दिया था।
शरद पवार ने कहा कि पूरे देश में विधायक और सांसद उनकी पार्टी छोड़ते हुए नज़र आ रहे हैं। पवार का कहना है कि उत्तर प्रदेश में बुधवार को स्वामी प्रसाद मौर्या भी पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा यूपी में 13 और विधायक ऐसे हैं जो बीजेपी छोड़ने के लिए तैयार बैठे हुए हैं।
इसके साथ ही शरद पवार ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में से 3 राज्यों में गोवा, उत्तर प्रदेश और मणिपुर में चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है।
पवार का कहना है कि गोवा में एनसीपी ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है। इसके अलावा शिवसेना से भी उनकी बातचीत चल रही है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और दूसरी अन्य पार्टियों के साथ मिलकर एनसीपी चुनाव लड़ सकती है। साथ ही पवार ने यह भी कहा कि मणिपुर में पिछले विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 4 सीटें जीती थीं। एनसीपी मणिपुर में कांग्रेस के साथ मिलकर और 4 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पवार का कहना है कि उत्तर प्रदेश में लोग परिवर्तन चाहते हैं और यही कारण है कि सभी विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश में एक साथ चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है।
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के पीएम हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी का गठन कर दिया गया है बहुत जल्द यह कमेटी तय करेगी कि आखिर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक कैसे हुई। राजनीतिक पार्टियों को इस पर किसी भी तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए।
बुल्ली बाई ऐप से मुसलिम महिलाओं की ‘नीलामी’ के मामले में सवाल पूछने पर शरद पवार ने कहा कि यह ओछी मानसिकता के लोग हैं जो इस तरह की हरकतों को कर रहे हैं। लोगों को इसका जवाब वोटों के ज़रिए देना चाहिए।
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