महाराष्ट्र कांग्रेस का अंतरकलह फूट कर सामने आ गया है। संजय निरुपम ने ख़ुद को विधानसभा चुनाव प्रचार से अलग करते हुए कहा है कि वह चुनाव प्रचार में भाग नहीं लेंगे क्योंकि पार्टी को उनकी ज़रूरत नहीं है। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने पार्टी तो नहीं छोड़ी है, पर यह मुमकिन है कि वह जल्द ही पार्टी भी छोड़ दें। निरुपम की इस घोषणा को खुला विद्रोह माना जा सकता है। राज्य कांग्रेस में यह संकट ऐसे समय आया है जब चुनाव सिर पर है 
और पार्टी के बहुत से लोगों ने शिवसेना-बीजेपी गठजोड़ का दामन थाम लिया है।