पुणे पोर्श कार हादसे की घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने पुणे के बीजे सरकारी मेडिकल कॉलेज और ससून जनरल अस्पताल के डीन डॉ. विनायक काले को फोर्स लीव पर भेज दिया। ऐसा क्यों हुआ...दरअसल, डॉ विनायक काले ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई ऐसी बातें मीडिया को बताईं, जिससे शिंदे सरकार का दागदार चेहरा सामने आ गया।
पुणे पोर्शे केसः शिंदे सरकार के मंत्री, विधायक की दागदार भूमिका
- महाराष्ट्र
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- 30 May, 2024
पुणे पोर्शे केस में राजनीतिक लोगों के दागदार चेहरे सामने आ रहे हैं। यह केस इस बात के लिए याद रखा जाएगा कि रसूखदार लोगों ने एक प्रॉपर्टी डीलर के बेटे को बचाने कैसे पूरे सिस्टम का इस्तेमाल किया। प्रॉपर्टी डीलर ने शराब के नशे में पोर्शे गाड़ी चलाते हुए तो आईटी इंजीनियरों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। इस मामले में किशोर के ब्लड सैंपल को डॉक्टरों ने बदल दिया। उन डॉक्टरों को एक मंत्री के निर्देश पर यहां तैनात किया गया था। जानिए इस पूरे मामले कोः
