महाराष्ट्र में भाजपा को मिली करारी हार के अलावा उसके दो प्रमुख सहयोगियों शिवसेना (शिंदे), एनसीपी (अजीत पवार) की नाराजगी का भी उसे सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों ने महाराष्ट्र की सत्ता पर कब्जा करने के लिए महायुति बनाया था। लेकिन महायुती में अब दरारें पड़ गई हैं। शिंदे और अजीत पवार गुट ने खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नई सरकार में कोई कैबिनेट पद नहीं मिलने पर निराशा जता दी है। पहले अजीत पवार खेमे का बयान आया और प्रफुल्ल पटेल ने बतौर राज्य मंत्री शपथ लेने से इनकार कर दिया। अब शिंदे की पार्टी ने भी मुंह खोला है।