महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान देने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी के बाद सियासी माहौल बेहद गर्म है। शिव सेना की क़यादत वाली महा विकास आघाडी सरकार और बीजेपी इस मामले में आमने-सामने आ गई हैं।
क्या है कैबिनेट मंत्री की गिरफ़्तारी की प्रक्रिया?
- महाराष्ट्र
- |
- 24 Aug, 2021
शिव सेना की क़यादत वाली महा विकास आघाडी सरकार और बीजेपी इस मामले में आमने-सामने आ गई हैं। राणे बीते 20 साल में पहले ऐसे केंद्रीय मंत्री हैं, जिनकी गिरफ़्तारी हुई है।

राणे बीते 20 साल में पहले ऐसे केंद्रीय मंत्री हैं, जिनकी गिरफ़्तारी हुई है। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा राणे की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस टीम भेजे जाने पर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि यह राज्य सरकार के प्रोटोकॉल के ख़िलाफ़ है कि वह केंद्रीय मंत्री को गिरफ़्तार करे। उन्होंने सवाल उठाया कि वह आख़िर कैसे एक केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ वारंट जारी कर सकती है। नारायण राणे राज्यसभा के सांसद भी हैं।
लेकिन यह किसी के लिए भी जानने का विषय होगा कि आख़िर केंद्रीय मंत्री को गिरफ़्तार करने की क्या प्रक्रिया है। इसे समझते हैं।