शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के विधायक सदा सरवणकर ने सोमवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राउत ने उन्हें मुंबई के शिवाजी पार्क इलाके में मनोहर जोशी के आवास पर हमला करने के लिए उकसाया था। मनोहर जोशी महाराष्ट्र के सीएम रहे हैं। कई मीडिया रिपोर्टों में इसकी जानकारी एएनआई के हवाले से दी गई है। इस आरोप पर अभी तक उद्धव ठाकरे और संजय राउत में से किसी की भी प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सरवणकर ने कहा- “उद्धव ठाकरे ने मुझे मनोहर जोशी के आवास पर हमला करने के लिए कहा था क्योंकि जोशी ने मेरे टिकट का विरोध किया था। जैसे ही मैं अपने कार्यकर्ताओं के साथ निकला, मुझे संजय राउत का फोन आया और उन्होंने मुझे पेट्रोल ले जाने और मनोहर जोशी के घर में आग लगाने का निर्देश दिया।
यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब महाराष्ट्र में शिवसेना के दोनों गुटों उद्धव और एकनाथ शिंदे गुट में जबरदस्त टकराव चल रहा है। शिंदे ने शिवसेना में 54 विधायकों के साथ बगावत कर उद्धव ठाकरे की सरकार गिरा दी थी। बाद में शिंदे गुट ने भाजपा से हाथ मिला लिया और अपनी सरकार बना ली। 54 विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर विधानसभा स्पीकर को फैसला लेना है। 14 सितंबर को यह फैसला आ सकता है। उससे पहले राज्य में तरह-तरह के राजनीतिक घटनाक्रम हो रहे हैं। शिंदे गुट के विधायक सदा सरवणकर के आरोप से उद्धव और संजय राउत की छवि पर आंच आ सकती है।
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विधायक सरवणकर ने कहा- जब मैं जोशी के आवास पर पहुंचा, तो मैंने पाया कि कुछ शिव सेना कार्यकर्ता और मीडिया कर्मी पहले से ही वहां मौजूद थे। जब मैंने यह काम कर दिया तो हमले के बाद मुझे ठाकरे के करीबी सहयोगी 'मिलिंद नार्वेकर' का फोन आया और उन्होंने उन्हें हमले के लिए बधाई दी।
पूरी घटना को नाटकीय घटनाक्रम देते हुए विधायक सदा सरवणकर ने बताया कि “उन्होंने (मिलिंद नार्वेकर) ने मुझे अगले दिन सुबह 11 बजे उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पहुंचने के लिए कहा। नार्वेकर को विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की पुष्टि हो चुकी थी। अगले दिन, उद्धव ठाकरे ने मनोहर जोशी के घर पर सदा सरवणकर के कथित हमले की कवरेज के बारे में कुछ अखबारों के पन्ने मुझ पर फेंके और मुझे टिकट देने से इनकार कर दिया। इस घटना के दौरान संजय राउत भी मातोश्री में मौजूद थे।'
शिंदे गुट के विधायक सरवणकर ने कहा- मनोहर जोशी ने इस पूरी घटना की पुलिस में शिकायत नहीं की। उन्होंने कहा कि मनोहर जोशी उनके 'गुरु' (शिक्षक) की तरह हैं और उन्होंने उनके तहत काम किया है।
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दरअसल, यह पूरा मामला 2009 के विधानसभा चुनाव के समय का है। शिंदे गुट के विधायक ने उद्धव ठाकरे पर 2009 के विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया। विधायक के मुताबिक मनोहर जोशी की वजह से मेरा टिकट काटा गया। फिर मुझसे ऐसा काम कराया गया।
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