महाराष्ट्र में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि यदि कोरोना की मौजूदा स्थिति ऐसी ही बनी रही तो लॉकडाउन लगाने से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए हर रोज़ ढाई लाक आरटी पीसीआर टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। इस बीच राज्य में शुक्रवार को 47 हज़ार 827 संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। राज्य में यह अब तक का सबसे ज़्यादा आँकड़ा है। 24 घंटे में 202 लोगों की मौत हो गई है। अब तक राज्य में 29 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं और 55 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
उद्धव ठाकरे का यह बयान तब आया है जब उन्होंने शुक्रवार को ही राज्य में कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की और देर शाम को राज्य के लोगों को उन्होंने संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की स्थिति बिगड़ने पर स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे की कमी पड़ सकती है। उन्होंने कहा, 'कुछ दिनों में कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए सख्त प्रतिबंध जारी किए जाएँगे। अगर पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़ती रहती है तो अगले 15-20 दिनों में हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी हो सकती है।'
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, 'लेकिन मैं आपको यह भी बताना चाहता हूँ कि मैं कई और लोगों से बात करूँगा। मैं चाहता हूँ कि इस चेन को कैसे तोड़ा जाए। मैं लॉकडाउन नहीं चाहता, लेकिन इसका क्या समाधान है?'
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पहले से काफ़ी ज़्यादा गंभीर है। ऐसा इसलिए कि जब पहली लहर आई थी तो एक दिन में सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले पिछले साल 11 सितंबर को आए थे और तब 24 हज़ार 886 संक्रमण के मामले रिकॉर्ड किए गए थे। अब जब दूसरी लहर आई है तो शुक्रवार को क़रीब 48 हज़ार संक्रमण के मामले आए हैं। यानी इस बार क़रीब दो गुना ज़्यादा मामले आ चुके हैं।
मुंबई शहर में 8646 पॉजिटिव केस आए जो एक दिन में अब तक के सबसे ज़्यादा हैं। महाराष्ट्र के ही शहर पुणे में भी कोरोना के एक दिन में अब तक सबसे ज़्यादा मामले आने लगे हैं।
पुणे में कल से रात का कर्फ्यू
कोरोना मामलों में ख़तरनाक स्तर की बढ़ोतरी होने के साथ महाराष्ट्र के पुणे में अधिकारियों ने कम से कम एक सप्ताह की अवधि के लिए शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक के कर्फ्यू की घोषणा की है। 12 घंटे का यह कर्फ्यू का आदेश कल से लागू होगा और अगले शुक्रवार तक रहेगा। पुणे संभाग के आयुक्त सौरभ राव ने शुक्रवार दोपहर कहा कि धार्मिक स्थान, होटल और बार, शॉपिंग मॉल और मूवी थियेटर सभी अगले सात दिनों तक बंद रहेंगे। इस दौरान केवल भोजन, दवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं की होम डिलीवरी की अनुमति होगी। बता दें कि पुणें में गुरुवार को 8 हज़ार से ज़्यादा मामले आए थे।
बता दें कि अब तक कई ज़िलों और शहरों में काफ़ी सख्ती की गई है। कुछ जगहों पर लॉकडाउन भी लगाया गया है। राज्य में 28 मार्च से ही रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। सार्वजनिक सभाओं पर भी प्रतिबंध लगाया जा चुका है।
महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों को देखते हुए सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सुरक्षा के उपायों के लिए सख्ती बढ़ाई है। इसके अलावा लोगों की जाँच तक पहुँच बढ़ाने के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट की क़ीमतें 1000 रुपये से कम कर 500 रुपये कर दी है।
दिल्ली में लॉकडाउन नहीं: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ़ कहा है कि दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। वह भी तब जब एक दिन में 3500 से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। केजरीवाल ने ही कहा है कि दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के मामले बेतहाशा बढ़ रहे हैं।
यहाँ एक दिन पहले ही संक्रमण के 2790 मामले दर्ज किए गए थे। यह इस साल एक दिन में सबसे ज़्यादा था। बुधवार को 1819 संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे। यानी दो दिन में ही संक्रमण के मामले क़रीब दोगुने हो गए।
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