महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही कवायद के बीच कुछ दिन पहले बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार का बयान आया था कि यदि बीजेपी की सरकार नहीं बनी तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग जाएगा। उनके इस बयान पर अच्छी-ख़ासी प्रतिक्रिया आई थी लेकिन अब प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग चुका है। तो क्या वाक़ई में मुनगंटीवार के बयान और राष्ट्रपति शासन के बीच कोई संबंध है? क्या मुनगंटीवार यह संकेत देना चाह रहे थे कि प्रदेश में उनके दल की सरकार नहीं बनी तो किसी और पार्टी की सरकार भी नहीं बनेगी?