महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन भले ही लागू हो चुका है लेकिन सरकार बनाने के प्रयासों में कहीं कोई शिथिलता नजर नहीं आ रही है। न्यूज़ चैनलों के मुताबिक़, शिवसेना को समर्थन देने में देरी के चलते कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और ख़ुद शिवसेना में तनाव की स्थिति है। लेकिन जिस तरह से तीनों दलों के नेता आपस में मिल रहे हैं और न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) की बात कह रहे हैं, उसे देखकर यही लगता है कि समझौते का कोई ठोस स्वरूप दो-तीन दिन में तय हो जाएगा।