पूरे देश में कोरोना से मच रहे हाहाकार के बीच संकट से जूझ रहे महाराष्ट्र के लिए आज कुछ राहत की ख़बर आई है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 48,621 लोग संक्रमित पाए गए जबकि 59,500 लोग ठीक भी हुए हैं। पिछले 24 घंटे में 567 लोगों ने संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया। अब तक राज्य में 47 लाख 71 हज़ार लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इसके बाद अब ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 40 लाख 41 हज़ार 158 पहुँच गई है, जबकि 70,851 लोगों की मौत हो गई है। 6 लाख 56 हजार 870 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है।
पिछले दो दिनों से महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण में कमी देखी जा रही है। मौत के आँकड़ों में भी कमी आयी है। मौत के नए आँकड़ों के बाद अब राज्य में मृतकों की संख्या 70,851 तक पहुँच गई है। संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आने पर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि लॉकडाउन के कड़े नियमों के चलते केसों में गिरावट आई है। टोपे का यह भी कहना है कि पूरे महाराष्ट्र में अभी भी बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की जा रही है जिसके चलते संक्रमित मरीजों का जल्द पता लग रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सत्य हिंदी को बताया कि राज्य में रविवार को 24 घंटों के दौरान 63,282 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई थी जबकि सोमवार को यह आंकड़ा 48621 रहा। रविवार को कोरोना के चलते 802 लोगों की मौत हुई जबकि सोमवार को सिर्फ 567 लोगों ने दम तोड़ा। टोपे का कहना है कि पुणे में अभी भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिसपर काबू पाने के लिए सरकार ने टेस्टिंग बढ़ाने का फ़ैसला किया है।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक़ राज्य में रिकवरी रेट 84.7 प्रतिशत हो गया हैै जबकि मृत्यु दर 1.49 प्रतिशत पर पहुँच गयी है।
मुंबई में भी केसों में कमी
नए स्ट्रेन से ख़तरा
महाराष्ट्र के नागपुर में कोरोना के 5 नए स्ट्रेन मिले हैं। कोविड टास्क फोर्स के एक मेंबर के मुताबिक़ नागपुर से जुटाए गए 35 सैंपल में ये स्ट्रेन पाए गए। नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और नागपुर मेडिकल कॉलेज में आए संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए पुणे और दिल्ली भेजे गए थे। 74 में से 35 सैंपल में 5 म्यूटेशन पाए गए। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग के सहयोगी प्रोफ़ेसर डॉ. रवींद्र खडसे का कहना है कि कलेक्ट किये गए सैंपल में से 26 में डबल म्यूटेशन पाया गया है। डॉ. खडसे का कहना है कि ये स्ट्रेन बेहद घातक साबित हो सकते हैं। वैसे अगर कोई व्यक्ति कोरोना से रिकवर हो जाए तो उसमें इम्युनिटी विकसित हो जाती है। लेकिन इस नए म्यूटेशन से उस व्यक्ति के दोबारा संक्रमित होने का ख़तरा रहेगा।
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