वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले की कार पर शुक्रवार शाम पुणे के खंडोजी बाबा चौक पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र सरकार की तीखी आलोचना की है। वागले ने आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने को लेकर पीएम मोदी पर टिप्पणी की थी। इससे भाजपा कार्यकर्ता और हिन्दू संगठन निखिल वागले से नाराज हैं। उसी का विरोध करने के लिए उन्होंने इस हरकत को अंजाम दिया।
डेक्कन पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उस कार पर स्याही फेंकी जिसमें निखिल वागले और दो अन्य, असीम सरोदे और विश्वंभर चौधरी, सिंघड़ रोड इलाके में राष्ट्र सेवा दल द्वारा आयोजित 'निर्भय बानो' कार्यक्रम के लिए पुलिस सुरक्षा के तहत यात्रा कर रहे थे।
देश को हिन्दू पाकिस्तान बनने से बचाना हैः वागले
निखिल वागले ने शनिवार सुबह जनता के नाम जारी अपने बयान में कहा- कल (शुक्रवार) मौत दरवाजे पर खड़ी थी। आपके प्यार की वजह से ही मैं जिंदा बचा हूं। वागले ने लिखा है- अब तक छह हमलों को पचा लिया। कल का हमला सबसे भयानक था। पत्थर, लाठियाँ, हॉकी स्टिक, रॉड, अंडे, स्याही सभी का इस्तेमाल किया गया। महज आधे घंटे में चार बार हमारा पीछा कर हमें घेर लिया गया। हमला पुलिस की मिलीभगत से हुआ था। मेरा विश्वास है कि फुले-आम्बेडकर के आशीर्वाद से ही हम सब कल जीवित रहे। अब अगला जीवन आप लोगों के लिए है। हम फासीवाद को हराने के लिए महाराष्ट्र पर विजय प्राप्त करेंगे। ऐसे कायरतापूर्ण हमलों से डरने की हमारी संस्कृति नहीं है। मैं यहां कह रहा हूं कि मैं फिर से अपनी जान जोखिम में डालूंगा ताकि यह देश हिंदू पाकिस्तान न बन जाए।प्रिय मित्र- मैत्रिणीनो, भावांनो-बहिणींनो,
— nikhil wagle (@waglenikhil) February 10, 2024
काल मृत्यू दारात उभा राहिला होता. केवळ तुमच्या प्रेमामुळे वाचलो.
मला इजा होऊ नये म्हणून काचांचे तुकडे रुतले तरी मागे न हटणारा असीम सरोदे.,जीवाची बाजी लावून आमची गाडी हाकणारा आमचा सारथी वैभव, पुढच्या सीटवर बसून हल्ला अंगावर घेणारी ॲड…
घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि महा विकास अघाड़ी की कई महिला कार्यकर्ताओं को "भाजपा के गुंडों" ने पीटा और उन पर अंडे, पत्थर और ईंटें फेंकी गईं, जबकि पुणे पुलिस दर्शक बनी रही।
संजय राउत ने कहा- “वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले की कार तोड़ दी गई, उनकी कार पर स्याही और अंडे फेंके गए। पुणे में भाजपा द्वारा लोकतंत्र की हत्या करने का बेशर्म प्रयास… एमवीए को रोका नहीं जाएगा, आपको शर्म आनी चाहिए, देवेंद्र फड़नवीस, आप अपने कैडर को नुकसान पहुंचाने और घायल करने का आदेश दे रहे हैं। महाराष्ट्र की अभागी बेटियां...महाराष्ट्र तुम्हें माफ नहीं करेगा।''
एक अन्य शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी पुणे की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रियंका ने कहा- “हमारे पूर्व नगरसेवक, अभिषेक घोसालकर की असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण हत्या के 24 घंटे से भी कम समय में और अब हमारे पास उन कार्यकर्ताओं पर हमला है जो भाजपा के आलोचक हैं। गुंडाराज के तहत गुंडागर्दी।”
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