आयोग के सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि दूसरी तरफ, ईसीआई को एनसीपी महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल की ओर से 3 जुलाई को कैविएट दाखिल करने वाला एक ईमेल प्राप्त हुआ। सूत्र ने कहा कि पाटिल ने 3 जुलाई को ईसीआई को एक पत्र भी भेजा था जिसमें बताया गया था कि नौ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही सक्षम प्राधिकारी, यानी महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष शुरू की गई है। सूत्र ने कहा, चुनाव आयोग प्राप्त ईमेल को ध्यान में रखेगा और कानूनी प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई करेगा।
नंबर गेम में अजित पवार आगे, लेकिन..: एनसीपी संकट के बीच शरद पवार और अजित पवत ने बुधवार को मुंबई में अपने विधायकों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। एनसीपी के कुल 53 विधायकों में से 29 अजित द्वारा बुलाई गई पार्टी बैठक में मौजूद थे, जबकि शरद पवार खेमे के पास 17 विधायक थे। अजित पवार को विधानसभा में अलग गुट के रूप में मान्यता के लिए 36 विधायक कम से कम चाहिए। यह विधायक अजित पवार कहां से लाएंगे, यह सीन भी जल्द ही साफ हो जाएगा।
बता दें कि रविवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में, एनसीपी के अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जिससे एनसीपी में विभाजन हो गया। उनके साथ प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल समेत आठ अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। जवाब में शरद पवार ने प्रतिद्वंद्वी समूह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें एनसीपी की सदस्यता से हटा दिया।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी की बैठक में आज शामिल हुए विधायक- पार्टी के मुख्य सचेतक अनिल पाटिल, अजित पवार
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक शरद पवार को समर्थन देने के लिए 17 विधायक वाईबी चव्हाण केंद्र पहुंचे। इनमें जीतेन्द्र अव्हाड़, अनिल देशमुख, राजेंद्र शिंगणे, प्राजक्त तनपुरे, बालासाहेब पाटिल, अशोक पवार, किरण लाहमाते, जयन्त पाटिल, सुमनताई पाटिल, रोहित पवार, चेतन तुपे, राजेश तुपे, संदीप कसीरसागर और सुनील भुसारा हैं। कुल 5 सांसदों और 3 एमएलसी ने शरद पवार का समर्थन किया है। इन 5 सांसदों में श्रीनिवास पाटिल (लोकसभा), सुप्रिया सुले (लोकसभा), अमोल कोल्हे (लोकसभा), फौजिया खान (राज्यसभा) वंदना चव्हाण (राज्यसभा) शामिल हैं। तीन एमएलसी में शशिकांत शिंदे, बाबाजानी दुरानी, एकनाथ खडसे शामिल हैं।
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