क्या महाराष्ट्र में फिर वैसा कभी हो सकता है कि सुबह-सुबह नींद खुले और पता चले कि अनपेक्षित रूप से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रूप में किसी और ने शपथ ले ली है? जैसा कि पाँच साल पहले देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने किया था? पाँच साल पहले कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन सरकार बनना क़रीब-क़रीब तय हो चुका था, लेकिन सुबह ही अचानक किए गए समारोह में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली थी। हालाँकि, तब क़रीब 78 घंटों में ही उनको इस्तीफा दे देना पड़ा था। पाँच साल पहले हुए उस घटनाक्रम की आज यानी बुधवार को शिंदे ने तंज में ही याद दिला दी।