प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "स्लोगन" या नारे देने में माहिर हैं और इस बात को कोई नकार नहीं सकता। कोरोना महामारी के दौर में बीस लाख रुपये का आर्थिक पैकेज घोषित करते समय उन्होंने एक नारा दिया था "आपदा को अवसर में बदलना है", हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है। लेकिन कोरोना के ख़िलाफ़ पहली लहर हो या वर्तमान में चल रही दूसरी लहर, केंद्र सरकार की रणनीति पर लगातार सवाल उठे हैं।