देवेंद्र फडणवीस जब तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे अपनी सरकार को पारदर्शी और भ्रष्टाचार से मुक्त बताते रहे, लेकिन अब वह नेता प्रतिपक्ष हैं और विधानसभा सत्र में महालेखा परीक्षक यानी कैग की जो रिपोर्ट पेश हुई है वह कुछ और ही तसवीर बयाँ करती है। कैग की यह रिपोर्ट फडणवीस सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न परियोजनाओं के लिए दिए गए टेंडरों में भारी अनियमितता और क़ायदे -क़ानून के साथ खिलवाड़ करने की तरफ़ इशारा करती है।
कैग रिपोर्ट ने बढ़ाई फडणवीस की मुश्किलें, गड़बड़ियों के आरोपों से घिरे
- महाराष्ट्र
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- 5 Mar, 2020

विधानसभा सत्र में कैग की जो रिपोर्ट पेश हुई है उसमें फडणवीस सरकार के कार्यकाल के दौरान विभिन्न परियोजनाओं के लिए दिए गए टेंडरों में भारी अनियमितता और क़ायदे -क़ानून के साथ खिलवाड़ करने की तरफ़ इशारा करती है।
साल 2011 में तत्कालीन कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में टेंडरों को लेकर कुछ आरोप लगे थे। तब फडणवीस विपक्ष में थे और उन्होंने उस रिपोर्ट को लेकर विधानसभा में ख़ूब हंगामा किया था। लेकिन आज इस रिपोर्ट पर वह पल्ला झाड़ रहे हैं।