कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई में एक दिन में दो बार नियमों में बदलाव किया गया। पहली बार जब आदेश निकाला गया तो भारी विवाद हो गया और फिर इसे वापस लेकर दोबारा नया आदेश जारी करना पड़ा। दरअसल, पहले आदेश में कहा गया था कि कोरोना से मरने वाला चाहे किसी भी धर्म का हो सभी का दाह संस्कार किया जाएगा यानी किसी को भी दफनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लेकिन इसका इतना विरोध हुआ कि कुछ ही घंटे में इसे वापस ले लिया गया और नया आदेश जारी किया गया।
कोरोना: मुंबई में सभी धर्मों के लोग दाह संस्कार करें, लेकिन...
- महाराष्ट्र
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- 31 Mar, 2020
कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई में एक दिन में दो बार नियमों में बदलाव किया गया। पहली बार जब आदेश निकाला गया तो भारी विवाद हो गया और फिर इसे वापस लेकर दोबारा नया आदेश जारी करना पड़ा।

इसमें नियमों में ढील दी गई। दफनाने को लेकर विवाद इसलिए भी हुआ कि अभी तक कहीं भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है कि दफनाने से वायरस फैलता हो। न तो भारत सरकार ने ऐसा कहा है और न ही विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने। हालाँकि अंतिम संस्कार के दौरान कुछ नियमों को पालन करने को ज़रूर कहा गया है। चाहे वह दफनाने की प्रक्रिया हो या फिर दाह संस्कार करने की।