बीजेपी उम्मीदवार नवनीत राणा के एक बयान ने बीजेपी के 'मोदी लहर' के दावे की हवा निकाल दी है! अमरावती से भाजपा उम्मीदवार नवनीत राणा ने सोमवार को दावा किया कि कोई 'मोदी लहर' नहीं है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इस वीडियो में वह अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करती हुई दिख रही हैं।
नवनीत राणा सोमवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में थीं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में मीडिया को अनुमति नहीं थी लेकिन उनके बयान देने का वीडियो अब वायरल हो गया है।
सोशल मीडिया पर आए वीडियो में नवनीत राणा को यह कहते सुना जा सकता है, 'हमें यह चुनाव ऐसे लड़ना होगा जैसे कि यह ग्राम पंचायत चुनाव हो। हमें दोपहर तक सभी मतदाताओं को बूथ पर लाना होगा और उन्हें वोट देने के लिए कहना होगा। इस भ्रम में मत रहिए कि मोदी लहर है।'
रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी उम्मीदवार ने आगे कहा, 'पिछले चुनावों में मोदी लहर के बावजूद मैं एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनी गई थी।'
नवनीत राणा ने लोकसभा चुनाव 2014 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राजनेता के रूप में अपनी किस्मत आजमायी, लेकिन वह चुनाव हार गई थीं।
वह लोकसभा चुनाव 2019 में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतरीं। अविभाजित एनसीपी ने उनका समर्थन किया और वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अमरावती सीट जीती थी और इस बार उन्हें भाजपा ने मैदान में उतारा है।
'मोदी लहर नहीं' वाले बयान के बाद विपक्षी एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) ने उनके बयान को लपक लिया और कहा कि वह सच बोल रही हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एनसीपी (शरद पवार) के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, 'राणा ने जो भी कहा है वह सच है...भाजपा खुद जानती है कि कोई मोदी लहर नहीं है। और यह इस बात से झलकता है कि पार्टी एक के बाद एक विपक्षी नेताओं को अपने साथ जोड़ने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। उसने उन नेताओं को भी आयातित कर लिया है जिन पर उसने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उसके पास कोई विकल्प नहीं था क्योंकि उसे उन नेताओं में चुनाव जीतने की क्षमता नज़र आती थी।'
तापसे ने कहा कि भाजपा में घबराहट है और इसलिए वे अपने कैडर से ग्राम पंचायत की तरह चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, 'मोदी लहर के बारे में भूल जाइए, क्या नरेंद्र मोदी अपनी सीट जीत पाएंगे या नहीं यह एक बड़ा सवाल है।'
बता दें कि नवनीत राणा कई बार विवादों में भी रही हैं। 23 अप्रैल 2022 को मुंबई में हनुमान चालीसा का पाठ करने के मामले में मुंबई पुलिस ने नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को धारा 153 ए यानी धर्म के आधार पर 2 समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के मामले में गिरफ्तार किया था।
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