प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘गाली’ देने से होने वाले ‘भारी नुकसान’ से कांग्रेस सबक लेने लगी है। दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजा पटेरिया के ऐसे ही एक बयान के बाद मचे भारी बवाल के कुछ ही घंटों में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पटेरिया के बयान से किनारा कर लिया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख के.के. मिश्रा ने एक बयान में कहा, ‘कांग्रेस पूर्व मंत्री राजा पटेरिया द्वारा दिए गए बयान से इत्तेफ़ाक नहीं रखती है। हम इस बयान से पार्टी को बिलकुल दूर रखना चाहेंगे।’
मिश्रा ने आगे कहा, ‘इस देश में कांग्रेस पार्टी का जन्म अहिंसा की कोख़ से हुआ है और राजनैतिक आतंकवाद की वजह से कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और बेअंत सिंह को खोया है। जिस पार्टी ने राजनीतिक हिंसा के बतौर अपने नेताओं के बलिदान को अपनी आंखों से देखा है, वह पार्टी वैचारिक राजनीतिक हिंसा को भी एक अपराध मानती है। लिहाज़ा राजा पटेरिया का बयान उनका व्यक्तिगत बयान है, और कांग्रेस अपने आप को उस बयान से अलग करती है।’
क्या कहा था पटेरिया ने?
बता दें, महाकौशल क्षेत्र से आने वाले राजा पटेरिया के वायरल हुए एक कथित वीडियो में वे (पटेरिया) मोदी की लोकप्रियता और राजनीतिक कौशल की जमकर आलोचना करते दिखलाई और सुनाई पड़ रहे हैं। ठेठ बुदेलखंडी लहज़े में क्षेत्र में पार्टी समर्थकों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पटेरिया एक जगह कथित तौर पर कहते हैं, ‘मोदी चुनाव खत्म कर देगा। मोदी धर्म, जाति और भाषा के आधार पर बांट देगा। दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का जीवन खतरे में है। अगर संविधान को बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो।’
मिश्रा ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग की कि प्रधानमंत्री की हत्या के लिए उकसाने वाले नेता को वे बिना देर किये पार्टी से बाहर का रास्ता दिखायें। सख्त कार्रवाई करें।
गलत ढंग से पेश किया
विवाद बढ़ते ही राजा पटेरिया ने सफ़ाई दी। उन्होंने सोमवार दोपहर को अपने एक बयान में कहा, ‘जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह कार्ड वितरण के दौरान का वीडियो है। इस वीडियो में मोदी की हत्या की जो बात है, वह गलत तरीके से बताई जा रही है। मैं गांधी को मानने वाला आदमी हूं। मैं इस तरह की बात नहीं कर सकता। मैंने उनके राजनीतिक अंत का आह्वान कार्यकर्ताओं से किया है।’
शिवराज ने बोला हमला
पटेरिया की सफाई के बाद राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान सामने आया। वे पटेरिया और कांग्रेस पर जमकर बरसे। मुख्यमंत्री चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा का ढोंग करने वालों की असलियत सामने आ रही है। मोदी जी जनता के दिलों में बसते हैं। संपूर्ण देश की श्रद्धा और आस्था का केंद्र हैं। मैदान में उनसे मुकाबला नहीं कर पाते, इसलिए कांग्रेस के नेता मोदी जी की हत्या की बात कर रहे हैं। ये विद्वेष की पराकाष्ठा है। ये घृणा की अति है। कांग्रेस के असली भाव प्रकट हो गए हैं। ऐसी चीजों को सहन नहीं किया जाएगा। कानून अपना काम करेगा।’
स्मृति ईरानी ने भी लिया आड़े हाथ
उधर, मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह के लिए गांधीनगर पहुंचीं केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए गांधी-नेहरू परिवार पर निशाना साधा।
ईरानी ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने सतत गांधी परिवार के आदेशानुसार नरेंद्र भाई पर न सिर्फ अभ्रद टिप्पणियां की हैं, बल्कि उनकी हत्या हो ऐसी इच्छा भी जाहिर की है। प्रश्न यह उठता है कि गांधी खानदान क्यों उतारु है कि संवैधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति की हत्या हो? ऐसी इच्छा बार-बार क्यों की जाती है?’
ईरानी ने आगे जोड़ा, ‘जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी के साथ खिलवाड़ किया गया था। देश इस बात (सिक्योरिटी से खिलवाड़) का साक्षी है। कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को उकसाती है कि वे बार-बार प्रधानमंत्री का अपमान करें।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
नरेंद्र मोदी की हत्या से जुड़े विवादित वीडियो और बयान को लेकर संजय खरे द्वारा की गई शिकायत के बाद पन्ना जिले के पवई थाने में राजा पटेरिया के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 451, 504, 505(1) बी, 505(1) सी, 506 और 153-बी(1)(सी) के अंतर्गत मुकदमा कायम किया गया है। इनमें कई धाराएं गैर जमानती हैं।
ऐसा माना जाता है कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता नरेंद्र मोदी को जितनी ‘गालियां’ देते हैं और आलोचना करते हैं, उससे कांग्रेस का वोट घटता है और मोदी की लोकप्रियता बढ़ती है।
गुजरात की हार
गुजरात चुनाव में कांग्रेस की बेहद करारी पराजय को भी कांग्रेस के आला नेताओं के बयानों से हुई हानि के रूप में देखा गया है। पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुजरात चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी की तुलना रावण से की थी। एक अन्य वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने गुजरात में मोदी को औकात दिखा देने की बात कही थी।
गुजरात में अभूतपूर्व पराजय को दोनों नेताओं के बयानों की वजह से मोदी के प्रति सहानुभूति पैदा करने वाला माना गया।
ये दो बयान तो ताज़ा उदाहरण हैं। इससे पहले भी कई कांग्रेस नेता मोदी के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं।
कांग्रेस नेताओं के बयानों पर भाजपा ‘खेल जाती है।’ चुनाव और अन्य अवसरों पर इससे ‘बाजी पलट जाती है।’
मध्य प्रदेश सहित 10 सूबों में 2023 में चुनाव होने हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ‘मोदी की हत्या का आह्वान’ वाला पटेरिया का बयान आने वाले विधानसभा चुनावों बल्कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भी निश्चित रूप से गूंजेगा।
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