देश भर में नवरात्र की धूम है। मध्य प्रदेश भी इस रंग में सराबोर है। कोविड की वजह से बीते दो साल भक्त सहमे रहे। इस बार देवी आराधना के साथ पूरे राज्य में गरबा के पंडाल सजे हुए हैं। पंडालों में मुस्लिमों को प्रवेश नहीं देने का ‘सरकार’ का ‘एलान’ हिन्दू धर्मावलंबियों के लिये ‘परेशानी’ का सबब बन गया है।
मध्य प्रदेश: गरबे में मुसलिमों के लिए ‘सख्ती’, हिन्दू भी परेशान!
- मध्य प्रदेश
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- 30 Sep, 2022

गरबा पंडालों में गरबा खेलने से मुसलिमों को रोकने के लिए क्या इतनी सख़्ती की जा रही है कि हिंदुओं को भी परेशानी हो रही है?
भोपाल के एक बड़े गरबा आयोजन में शामिल होने पहुँचे कक्षा 12वीं के छात्र अंश दुबे ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘वह पूर्व में भी गरबा उत्सव में शामिल हुआ, लेकिन इस बार ऐसा लगा मानो गरबा उत्सव नहीं, पीएम की सभा में आया है। आयोजकों ने उसकी और साथियों की जमकर तलाशी ली। क्लासमेट फिमेल मित्रों को भी सुरक्षा व्यवस्था से गुजरना पड़ा।’ ऐसे दृश्य भोपाल भर में ही नहीं, राज्य की व्यावसायिक राजधानी इंदौर, ‘संस्कारधानी’ जबलपुर, ग्वालियर और अन्य शहरों में भी देखने को मिल रहे हैं। गरबा पंडालों में कई लेबल पर तलाशियाँ हो रही हैं। आईकार्ड के अलावा कई शहरों में आयोजक गरबा खेलने आने वालों की पूरी-पूरी ‘कुंडली’ खंगाल रहे हैं।