क्या किसी मरीज़ के पास पाँच रुपये नहीं हो तो मरने के लिए छोड़ा जा सकता है? मध्य प्रदेश के गुना शहर में ऐसी ही बेहद शर्मसार करने वाली तसवीर सामने आयी है। एक ग़रीब रोगी की पत्नी ज़िला अस्पताल में पाँच रुपये की पर्ची नहीं कटवा सकी। उपचार शुरू नहीं हो पाया। पूरी रात अस्पताल गेट पर गुहार लगाये वह बैठी रही। सुबह रोगी ने दम तोड़ दिया।
शर्मनाक! पर्ची के 5 रुपये नहीं थे तो भर्ती नहीं ली, अस्पताल गेट पर मरीज़ की मौत
- मध्य प्रदेश
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- 24 Jul, 2020

क्या किसी मरीज़ के पास पाँच रुपये नहीं हो तो मरने के लिए छोड़ा जा सकता है? मध्य प्रदेश के गुना शहर में ऐसी ही बेहद शर्मसार करने वाली तसवीर सामने आयी है।
गुना से लगे अशोक नगर के शंकर कॉलोनी निवासी सुनील धाकड़ को गंभीर स्थिति में लेकर उसकी पत्नी आरती बुधवार शाम को गुना ज़िला अस्पताल पहुँची थी। सुनील टीबी रोग से ग्रस्त था। अस्पताल पहुँचने पर आरती को पाँच रुपये की पर्ची (रोगी कल्याण समिति पेटे में) कटाने को कहा गया। आरती ने बताया कि उसके पास तत्काल पाँच रुपये नहीं हैं। फ़िलहाल पर्ची काटकर अथवा बिना ही काटे उसके पति का उपचार शुरू कर दिया जाए। कुछ देर बाद वह पर्ची कटाने की औपचारिकता पूरी कर लेगी।