प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक और स्वदेशी के बड़े पैरोकार बाबा रामदेव और उनकी कंपनी ‘पतंजलि’ इंदौर में कोरोना पाॅजिटिव रोगियों पर आख़िर कौन-सा प्रयोग करना चाहती थी? यह सवाल गहरा हो गया है। असल में इंदौर कलेक्टर ने ‘पतंजलि’ के काढ़े को कोरोना पाॅजिटिव रोगियों को बाँटने की अनुमति देकर वापस ले ली है। इसके बाद बाबा रामदेव, उनकी कंपनी पतंजलि, स्थानीय प्रशासन और शिवराज सरकार लोगों के निशाने पर आ गये हैं।
इंदौर के कोरोना रोगियों पर बाबा रामदेव आख़िर क्या प्रयोग करना चाहते थे?
- मध्य प्रदेश
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- 25 May, 2020

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक और स्वदेशी के बड़े पैरोकार बाबा रामदेव और उनकी कंपनी ‘पतंजलि’ इंदौर में कोरोना पाॅजिटिव रोगियों पर आख़िर कौन-सा प्रयोग करना चाहती थी?
मध्य प्रदेश की व्यावसायिक नगरी इंदौर कोरोना का सबसे बड़ा हाॅट स्पाॅट बनी हुई है। इंदौर में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा तीन हज़ार पार कर चुका है। रविवार शाम तक इंदौर में 114 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। कोरोना के कुल मामलों में राज्य में इंदौर नंबर वन बना हुआ है। प्रशासन और सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी इंदौर में कोरोना काबू में आने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन संक्रमित मिल रहे हैं। अब तो इंदौर के आसपास के कई ज़िलों में भी बड़ी संख्या में तेज़ी से कोरोना के रोगी मिल रहे हैं। सूबे के कुल 52 में से 50 ज़िले कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं।