नरेंद्र मोदी की पूर्ण बहुमत की सरकार ने अपने पाँच साल लगभग पूरे कर लिए हैं। अब अपने कामकाज और चुनावी वादों की कसौटी पर जल्दी ही अगला जनादेश माँगने के लिए बीजेपी जनता की अदालत में होगी। उधर आज़ादी के बाद 2014 के लोकसभा चुनावों में सबसे कमज़ोर स्थिति में आई कांग्रेस बीते पाँच सालों में अपनी विपक्षी भूमिका और मोदी सरकार की विफलताओं को आधार बनाकर जनता से फिर मौका माँगने के लिए मैदान में उतरेगी।
हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद और सामाजिक समीकरणों के बीच किसे चुनेगा देश?
- चुनाव 2019
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- 11 Mar, 2019

बीजेपी ने समाज के हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर समुदाय को भी अलग अलग सपने दिखाए थे। इन प्रकट वादों और इरादों के ज़रिए, आक्रामक प्रचार अभियान के ज़रिए देश में नरेंद्र मोदी की छवि एक ऐसे महानायक की बनाई गई जो दशकों ही नहीं सदियों बाद इस देश के उद्धार के लिए सामने आया है।