लगता है साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के लिए चुनाव आयोग, क़ानून, संविधान के कोई मायने नहीं हैं। मुंबई हमलों में देश के लिए अपनी जान गँवाने वाले शहीद हेमंत करकरे को सर्वनाश का श्राप देने वाली साध्वी ने कहा है कि उन्हें इस बात का गर्व है कि उन्हें भी बाबरी मसजिद को तोड़ने का मौक़ा मिला। साध्वी प्रज्ञा की ओर से लगातार आ रहे बयानों को देखकर यह स्पष्ट लगता है कि वह चुनाव को हिंदू बनाम मुसलमान का रंग देकर ही जीतना चाहती हैं। साध्वी प्रज्ञा को बीजेपी ने भोपाल से अपना उम्मीदवार बनाया है और कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से उनकी सीधी टक्कर है।