कर्नाटक के यौन उत्पीड़न मामले में जहां रोजाना नए तथ्य साने आ रहे हैं, वहां इस पर जबरदस्त राजनीति भी जारी है। एक ताजा घटनाक्रम में बुधवार 1 मई को आरोपी जेडीएस सांसद प्रज्जवल रेवन्ना का एक ट्वीट सामने आया है। रेवन्ना ने कहा कि अभी वो बेंगलुरु में नहीं हैं। वो 7 दिनों में भारत लौटेंगे।
रेवन्ना ने अपने वकील अरुण जी. का एक पत्र साझा किया, जो एसआईटी के अधिकारी को लिखा गया है। उस पत्र के मुताबिक रेवन्ना ने अपने वकील के जरिए एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय मांगा है क्योंकि वह विदेश में हैं। रेवन्ना ने लिखा है- “मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के जरिए सीआईडी बेंगलुरु को सूचित कर दिया है। सच्चाई जल्द ही सामने आएगी।“ बता दें कि इस मामले में कर्नाटक सरकार ने एसआईटी गठित करते हुए तत्वरित जांच का आदेश दिया था। इसके बाद एसटीआई ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और इस केस में आरोपी प्रज्जवल रेवन्ना को 24 घंटे में जांच के लिए पेश होने को कहा था।
इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद जेडीएस ने रेवन्ना को पार्टी से निलंबित कर दिया। प्रज्जवल रेवन्ना कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से जेडीएस-भाजपा के प्रत्याशी हैं। वहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। बताते हैं कि उसी रात आरोपी भारत से विदेश चला गया था। अब उसकी पुष्टि भी हो गई। उन्होंने खुद कहा कि वो बाहर हैं। हालांकि 27 अप्रैल को उन्होंने पुलिस को यह भी लिखित शिकायत की थी कि कुछ वीडियो में छेड़छाड़ कर उनकी छवि खराब करने के लिए बनाए गए हैं। लेकिन इससे पहले पुलिस उनसे इस बारे में जानकारी हासिल करती, रेवन्ना जर्मनी चले गए।
मोदी को लिखा- पासपोर्ट कैंसल होः कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने बुधवार को पीएम मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वे विदेश मंत्रालय को आरोपी प्रज्जवल रेवन्ना का पासपोर्ट कैंसल करने का निर्देश दें।
मुख्यमंत्री ने मोदी को लिखे पत्र में कहा- आप हासन के मौजूदा सांसद और एनडीए प्रत्याशी पर लगे अनगिनत महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप से परिचित ही होंगे। एनडीए के मौजूदा प्रत्याशी और आरोपी प्रज्जवल रेवन्ना पर लगे आरोप शर्मनाक हैं और उसने देश को झकझोर दिया है। यह खबरों से पता चला है कि वो अपने डिप्लोमैटिक पासपोर्ट पर विदेश की यात्रा कर रहा है। एसआईटी उसके खिलाफ जांच कर रही है। लेकिन उसे पूछताछ के लिए भारत लाना बहुत जरूरी है। ताकि उस पर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा सके।
प्रज्जवल रेवन्ना के यौन उत्पीड़न वाले वीडियो और फोटो हासन लोकसभा चुनाव से पहले ही कर्नाटक में सार्वजनिक हो चुके थे। करीब तीन हजार वीडियो एक पेन ड्राइव के जरिए शेयर किए गए थे। आरोप है कि रेवन्ना के घर में महिला डोमेस्टिक हेल्प का यौन उत्पीड़न किया गया। इनमें एक डोमेस्टिक हेल्प ने रविवार को एफआईआर भी करा दी। जिसमें आरोप लगाया गया है कि रेवन्ना की पत्नी जब घर पर नहीं होती थी तो आरोपी घर में काम करने वाली महिलाओं को अपने कमरे में बुलाकर उनका यौन उत्पीड़न करता था।
रेवन्ना के करीब 3000 वीडियो की पेन ड्राइव हासन में तमाम पार्कों, बसअड्डों, बसों और स्टेडियम में पाई गई। लोगों ने एक दूसरे से शेयर करना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने उसे सोशल मीडिया पर भी डाला। इसके बाद रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर का बयान आया कि उसने एक पेन ड्राइव सबसे पहले भाजपा नेता को दी थी। लेकिन भाजपा नेताओं ने इसमें कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का नाम लपेटने की कोशिश की। मीडिया में यह खबर चली कि रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर ने सीडी डीके शिवकुमार को दी थी। लेकिन पूर्व ड्राइवर ने एक वीडियो संदेश जारी कर साफ कर दिया कि उसने पेन ड्राइव भाजपा नेता को ही दी थी। बता दें कि इस संबंध में एक भाजपा नेता का पत्र भी सामने आया था, जो उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को लिखा कि प्रज्जवल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप हैं, इसलिए उन्हें एनडीए का प्रत्याशी हासन से नहीं बनाया जाए। लेकिन भाजपा ने एचडी देवगौड़ा की पार्टी से गठबंधन करने के लिए इस आरोप को नजरन्दाज कर दिया। नरेंद्र मोदी कर्नाटक में रेवन्ना के लिए वोट मांगने भी गए। लेकिन अभी भी भाजपा इस मामले को कांग्रेस के पाले में डालने की कोशिश कर रही है।
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