कर्नाटक पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने प्रज्ज्वल रेवन्ना की तलाश में लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। एसआईटी ने आरोपी रेवन्ना और उनके पिता को जांच में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। लेकिन रेवन्ना ने बुधवार को अपने वकील के जरिए एसआईटी को पत्र भेजा कि वो 7 दिनों में भारत लौट सकते हैं और तब पूछताछ के लिए पेश होंगे। रेवन्ना के खिलाफ कुछ महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। ये महिलाएं रेवन्ना के घर में किचन से लेकर तमाम घरेलू काम तक करती थीं। इनमें से एक महिला ने पुलिस में एफआईआर भी कराई थी। रेवन्ना के यौन उत्पीड़न आरोपों वाले करीब 3000 वीडियो-फोटो एक पेन ड्राइव के जरिए सामने आए थे। केस दर्ज होने के बाद कर्नाटक सरकार ने एसआईटी घटित की थी। इस मामले में भाजपा और केंद्र सरकार को लेकर तमाम सवाल पूछे जा रहे हैं।
रेवन्ना की तलाश में देश के सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डो को सतर्क किया गया है। रेवन्ना के बारे में आखिरी बार जो खबर आई थी वो ये कि वो हासन में 26 अप्रैल को मतदान होने के बाद रात को फ्लाइट से जर्मनी चले गए थे। इसीलिए एसआईटी ने सभी एयरपोर्ट के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया है। ताकि भारत लौटने पर रेवन्ना कहीं छिप नहीं सके या भारत आकर अपने रसूख का इस्तेमाल नहीं कर सके। कर्नाटक एसआईटी से जुड़े एक जांच अधिकारी ने कहा कि ''लुकआउट नोटिस जारी करना एक कानूनी प्रक्रिया है। इसीलिए ऐसा किया गया है।''
रेवन्ना के खिलाफ हासन में चुनाव से बहुत पहले 2,967 वीडियो वाली पेन ड्राइव वायरल हुई थी। उसके बाद 28 अप्रैल को होलेनरासीपुरा शहर पुलिस ने केस दर्ज किया। एक महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि प्रज्ज्वल और उसके विधायक पिता एचडी रेवन्ना ने उसका यौन शोषण किया। प्रज्ज्वल रेवन्ना खुद हासन से सांसद है और इस बार भी जेडीएस-भाजपा यानी एनडीए का प्रत्याशी है।
रेवन्ना से जुड़े 'अश्लील वीडियो' मामले पर टिप्पणी करते हुए डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा, "मैं अमित शाह से अपील करता हूं कि वह हासन जाएं और पीड़ितों से मिलें...आपकी पार्टी ने पत्र लिखा था, उनकी पहचान करें और कृपया उन्हें मिलें।" डीके शिवकुमार ने कर्नाटक भाजपा के नेता के पत्र का हवाला दिया है। अब सार्वजनिक हो चुके पत्र में भाजपा नेता शंकरगौड़ा ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं को दिसंबर 2023 में ही इस स्कैंडल की सूचना दे दी थी। भाजपा नेता ने पार्टी से आग्रह किया था कि हासन से प्रज्जवल रेवन्ना को एनडीए (जेडीएस-भाजपा) प्रत्याशी नहीं बनाया जाए। लेकिन एनडीए ने न सिर्फ प्रत्याशी बनाया, बल्कि मोदी ने कर्नाटक जाकर रेवन्ना का नाम लेकर उनके लिए जनता से वोट भी मांगे। इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं।
इस मामले से जेडीएस ने भी पीछा छुड़ाने की कोशिश की। पार्टी ने रेवन्ना को पार्टी से सीधे निकालने की बजाय उसे पार्टी से सिर्फ निलंबित किया है। निलंबित होने की वजह से अगर रेवन्ना हासन से फिर से जीतते हैं तो उनकी लोकसभा की सदस्यता नहीं जाएगी। जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी ने मामले का ठीकरा उल्टा कांग्रेस पर फोड़ते हुए कहा कि जब आरोपी की पेनड्राइव सामने आ गई थी तो कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने रेवन्ना को गिरफ्तार क्यों नहीं किया। लेकिन कुमारस्वामी इस बात पर मौन हैं कि रेवन्ना देश से बाहर कैसे चले गए, जबकि पेन ड्राइव के वीडियो की सूचना भाजपा तक पहुंच चुकी है। रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर ने ही बयान देकर कहा है कि उसने इस मामले की पेन ड्राइव सबसे पहले भाजपा नेता को दी थी।
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