कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच नए साल के जश्न को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने सोमवार को नई गाइडलाइन जारी की है। राज्य सरकार ने रेस्तरां, पब, थियेटर, हॉल, स्कूल और कॉलेजों में मास्क अनिवार्य कर दिया है। साथ ही यह निर्देश भी दिए हैं कि नए साल पर होने वाले कार्यक्रम सिर्फ रात को 1 बजे तक ही हो सकेंगे।
कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन हमें अभी से सभी सावधानियां रखनी होंगी।
बता दें कि नए साल के जश्न के लिए बड़ी संख्या में लोग रेस्तरां में पार्टी के लिए पहुंचने लगे हैं। पर्यटक स्थलों पर भी काफी भीड़ देखी जा रही है और ऐसे में कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा है।
कर्नाटक सरकार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक की है और इसमें बूस्टर डोज के लिए जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया है। कर्नाटक सरकार ने कहा है कि गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
उत्तराखंड में नैनीताल हाईकोर्ट ने अदालत परिसर में सभी अफसरों, स्टाफ और वकीलों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा है कि राज्य सरकार जनता से अपील करती है कि वह भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनकर ही जाए। इसके साथ ही अस्पताल परिसरों में भी मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है।
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इस बीच देश में 16 और यात्री संक्रमित मिले हैं और यह सभी लोग विदेश से लौटे थे। इसमें से 12 लोग बेंगलुरु के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जांच के बाद कोरोना संक्रमित पाए गए जबकि 2 लोग कोलकाता एयरपोर्ट पर और 4 लोग बिहार के गया एयरपोर्ट पर कोरोना से संक्रमित मिले हैं। रविवार को भी चीन से लौटा आगरा का एक शख्स कोरोना संक्रमित पाया गया था। इस शख्स की तबीयत अब स्थिर है और उसके संपर्क में आए सभी 27 लोगों के सैंपल लिए गए हैं।
बीते शनिवार को केंद्र सरकार ने चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों की हवाई अड्डे पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी थी। केंद्र सरकार ने कहा था कि इन देशों से आने वाले जो भी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे या बुखार से पीड़ित होंगे उन्हें आइसोलेट किया जाएगा।
निश्चित रूप से आने वाले दिनों में भारत में लोग नए साल के जश्न के मौके पर और ज्यादा संख्या में पर्यटन स्थलों पर पहुंचेंगे और ज्यादा भीड़ होने की वजह से कोरोना के संक्रमण का खतरा बना रहेगा। ऐसे हालात में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना बेहद जरूरी है।
चीन में हालात खराब
उधर, चीन में कोरोना वायरस को लेकर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बीजिंग के एक डॉक्टर हावर्ड बर्नस्टीन ने कहा है कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसा पहले कभी नहीं देखा। न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, डॉक्टर बर्नस्टीन ने बताया कि उनके अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं और उन्हें कोरोना के साथ ही निमोनिया की भी शिकायत है। बीजिंग के सरकारी अस्पताल और श्मशान घाट भी लोगों से खचाखच भरे हुए हैं।
बर्नस्टीन ने न्यूज़ एजेंसी को बताया कि अस्पतालों में जगह नहीं है और आईसीयू भी पूरी तरह भर चुके हैं। चीन से आ रहे वीडियोज से पता चलता है कि वहां हालात बेहद खराब हैं और अस्पतालों में सामान्य से 5 से 6 गुना ज्यादा मरीज आ रहे हैं।
चीन से यह जानकारी सामने आई है कि 1 दिसंबर से 20 दिसंबर तक देश भर में लगभग 25 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। कुछ दिन पहले ही चीन के महामारी वैज्ञानिकों ने सर्दियों के दौरान देश में तीन महीने के अंदर कोरोना वायरस की कम से कम तीन लहर आने का अनुमान लगाया था।
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