कर्नाटक चुनाव 2023 में मतदान की तारीख धीरे-धीरे नजदीक आ रही है और उसी के साथ चुनावी माहौल उत्तेजक होता जा रहा है। पीएम मोदी और बीजेपी दोनों का प्रचार बेहद आक्रामक हो गया है। बजरंग बली के नाम पर वोट मांगने के बाद पीएम मोदी ने आज द केरल स्टोरी का तड़का लगा दिया। द केरल स्टोरी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने अप्रत्यक्ष रूप से उसे मुसलमानों से जोड़ा और कहा कि कांग्रेस आतंकवाद को संरक्षण देती है। हालांकि पीएम मोदी को शायद यह पता नहीं है कि द केरल स्टोरी कितनी विवादित हो गई है।
द केरल स्टोरी विवाद और मोदी
पहले यह जानिए कि द केरल स्टोरी विवाद क्या है और मोदी ने इसे अपने भाषण में क्यों शामिल किया। द केरल स्टोरी केरल में कुछ मुस्लिम महिलाओं के आतंकी संगठन आईएसआईएस ज्वाइन करने के ऊपर है। फिल्म बनाने वालों ने फिल्म में दावा किया कि केरल की 32,000 मुस्लिम महिलाओं ने आईएसआईएस ज्वाइन किया था। उनके इस तथ्य को अदालत में चुनौती मिली। अदालत में फिल्म बनाने वालों ने स्वीकार किया कि 32,000 नहीं, बल्कि ऐसे 3 मामले पुलिस में आए थे। केरल हाईकोर्ट ने आज शुक्रवार को आदेश दिया कि फिल्म के प्रचार में 3200 वाली संख्या को हटाते हुए इस फिल्म को रिलीज किया जा सकता है। साथ ही कहा कि सोशल मीडिया में जहां भी फिल्म का प्रचार अभियान चले, वहां 32,000 की संख्या हटाई जाए।
ध्रुवीकरण का मौका
किसी भी मुद्दे में हिन्दू-मुसलमान की बात आने पर बीजेपी उसके जरिए मतदाताओं के बीच ध्रुवीकरण कराने से पीछे नहीं हटती। कर्नाटक चुनाव में यही हो रहा है। कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल का जिक्र आने पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं को पीएम मोदी ने खतरे में बता दिया था। एक मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस आई तो दंगे हो जाएंगे। चुनाव आयोग ऐसे आपत्तिजनक बयानों पर चुप्पी साधे हुए है। आज क्या कहा मोदी ने
बेल्लारी में चुनाव प्रचार कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में हिंदी फिल्म 'द केरल स्टोरी' का जिक्र किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस फिल्म का विरोध करने की कोशिश कर रही है। मोदी ने कहा, "फिल्म 'द केरल स्टोरी' समाज में आतंकवाद को उजागर करने की कोशिश कर रही है, खासकर केरल जैसे राज्य में जो मेहनती, प्रतिभाशाली और बौद्धिक लोगों की खूबसूरत भूमि है। कांग्रेस पार्टी अब फिल्म पर प्रतिबंध लगाने और आतंकवादी तत्वों का समर्थन करने की कोशिश कर रही है। यह पार्टी सिर्फ चीजों पर प्रतिबंध लगाना और विकास को पूरी तरह से नजरअंदाज करना जानती है। पार्टी को मेरे 'जय बजरंग बली' बोलने से भी दिक्कत है।" एएनआई का यह वीडियो देखिए-
उन्होंने फिल्म की भी सराहना की और बताया कि इसने समाज में आतंकवाद के नए रूप को उजागर करने की कोशिश की है। आतंकवाद ने अब एक नया रूप ले लिया है। वे हथियार और बम के अलावा समाज को अंदर से खोखला करने की दिशा में काम कर रहे हैं। 'द केरल स्टोरी' फिल्म ने आतंकवाद के इस नए चेहरे का पर्दाफाश किया है। सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने आतंकी संगठनों के सामने घुटने टेक दिए हैं। हमने लंबे समय तक हिंसा की पीड़ा झेली है और कांग्रेस ने इस देश को आतंकवाद से कभी नहीं बचाया। क्या कांग्रेस कर्नाटक की रक्षा कर सकती है?” उन्होंने अपना भाषण देते हुए सवाल किया।
भाषण के बीच में मोदी के मुंह से द केरल स्टोरी की जगह केरल फाइल्स भी निकला। बता दें कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म आई थी, जिसे बीजेपी ने पूरा समर्थन दिया था। वो फिल्म भी काफी विवादास्पद रही। खुद कश्मीरी पंडितों ने उस फिल्म में सच्चाई नहीं दिखाने का आरोप लगाया था।
बहरहाल, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोट पड़ेंगे। तमाम राजनीतिक विश्लेषक कह रहे हैं कि मोदी ने मतदाताओं का ध्रुवीकरण कराकर पूरे चुनाव को पलट दिया है। अगर बीजेपी कर्नाटक जीत लेती है तो 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी इसी मुद्दे के इर्दगिर्द चुनाव लड़ा जाएगा। बीजेपी ने ध्रुवीकरण को सफलता का मूल मंत्र मान लिया है।
बड़े रोड शो की तैयारी
पूरे कर्नाटक में अब बीजेपी को सिर्फ और सिर्फ पीएम मोदी के प्रचार से ही जीतने की उम्मीद है। पीएम मोदी कल शनिवार से 30 किलोमीटर से अधिक रोड शो के साथ दो दिनों के अंतराल में अकेले बेंगलुरु में 17 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद चुनाव प्रचार बंद हो जाएगा, क्योंकि 10 मई को राज्य में मतदान होगा और 13 मई को नतीजे आएंगे।
अपनी राय बतायें