कर्नाटक में जब चुनाव प्रचार जारी था तो 2 मई तक भाजपा और उसके स्टार प्रचारक यह तय नहीं कर पाए थे कि उन्हें किन मुद्दों पर इस चुनाव को लड़ना है। कांग्रेस कर्नाटक में फैले भ्रष्टाचार के मुद्दे को लगातार उठा रही थी और बीजेपी इसका ठीक से जवाब नहीं दे पा रही थी। 3 मई का दिन कर्नाटक में निर्णायक साबित हुआ। 3 मई को सुबह 9 बजे कांग्रेस का घोषणापत्र जारी हुआ, जिसमें दसवें नंबर पर एक लाइन लिखी थी- बजरंग दल और पीएफआई जैसे कट्टर संगठनों पर कार्रवाई की जाएगी। 3 मई को ही पीएम मोदी की कर्नाटक में दो जनसभाएं मुदबिदरी और कलबुर्गी में थी और दोनों सभाओं में प्रधानमंत्री मोदी के मुंह से निकला- जय बजरंग बली। ये वीडियो देखिए-