कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की सरकार में शनिवार को 20-24 और मंत्री शामिल हो सकते हैं। दिल्ली में पिछले दो दिनों से चल रही चर्चाओं के बाद माना जा रहा है कि अब मंत्रियों के नामों को लेकर स्थिति साफ़ हो गई है, हालाँकि कुछ नामों पर आपत्तियाँ भी आईं।
रिपोर्ट है कि दिल्ली में सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार और पार्टी के केंद्रीय नेताओं के बीच हुई बैठक में नामों को अंतिम रूप दिया गया है। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि गुरुवार को कांग्रेस ने 20 से 24 विधायकों को चुना है, जिन्हें कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार में शामिल किए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया आज राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस ने इस महीने की शुरुआत में कर्नाटक में राज्य की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत हासिल की थी। राज्य में तब शासन कर रही भाजपा ने 66 और एचडी कुमारस्वामी की जनता दल सेक्युलर ने 19 सीटें जीतीं। कांग्रेस ने अपना वोट शेयर 2018 में 38.1 प्रतिशत से बढ़ाकर 42.9 प्रतिशत कर लिया है।
जीत के बाद सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान चली थी। कई दौर की वार्ता के बाद सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री के रूप में घोषणा की गई। इन दोनों नेताओं का शपथ ग्रहण हो चुका है और अब मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को लेकर बैठकों का दौर चल रहा था।
जिन तीन नामों पर सहमति नहीं बनी है उसको लेकर टीओआई ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि शिवकुमार ने तीनों को कैबिनेट में जगह दिए जाने पर आपत्ति जताई है। तीनों सिद्धारमैया के कट्टर समर्थक हैं। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि हालाँकि शेष संभावितों पर आम सहमति है और सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों खेमों को छह-छह बर्थ मिलने की संभावना है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कैबिनेट में अन्य रिक्तियां कांग्रेस आलाकमान द्वारा चुने गए विधायकों द्वारा भरी जाएंगी।
रिपोर्ट के अनुसार एमएलसी कोटे से पार्टी के दिग्गज नेता बीके हरिप्रसाद को जगह मिल सकती है। पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार का नाम भी चर्चा में है, क्योंकि उन्हें पार्टी नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया था। अब तक शामिल किए गए मंत्रियों में से किसी को भी विभागों का आवंटन नहीं किया गया है। कहा जा रहा है कि आलाकमान ने विभागों को अंतिम रूप दे दिया है और इसकी घोषणा शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह के बाद की जा सकती है।
बता दें कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के साथ राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चर्चा की थी। दोनों नेताओं ने कर्नाटक के प्रभारी कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की।
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