बीजेपी ने आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया, यानी चुनावी वादे बताए। बीजेपी ने कहा कि सत्ता में वापसी पर वो राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और एनआरसी कानून लागू करेगी। वंचित परिवार को रोजाना आधा लीटर नंदिनी दूध पिलाएगी। कांग्रेस के चुनावी वादे गारंटी के रूप में ज्यादा आक्रामक हैं। लेकिन बीजेपी के वादे कमोबेश वही हैं जो वो बाकी राज्यों में विधानसभा चुनाव के समय करती है। लेकिन शब्द और स्थानीयकरण कर उसे नए रूप में पेश करता है। बीजेपी शासित अभी किसी राज्य में समान नागरिक संहिता कानून और एनआरसी लागू नहीं हो पाया है। जिसमें से सबसे लंबे समय से मध्य प्रदेश और यूपी में उसकी सरकार है लेकिन दोनों ही राज्य बीजेपी मार्का यूसीसी से वंचित हैं। हाल ही में कर्नाटक में अमूल दूध की एंट्री पर विवाद हुआ था, उसके मद्देनजर बीजेपी ने नंदिनी दूध पिलाने का वादा कर डाला है। घोषणा पत्र इस बात पर मौन है कि मुफ्त नंदिनी दूध पाने वाले वंचित परिवारों का फैसला किस आधार पर होगा और परिवार के कितने सदस्यों को नंदिनी दूध मुफ्त मिलेगा।
कर्नाटकः बीजेपी घोषणापत्र vs कांग्रेस की गारंटी, शर्ते कोई नहीं बता रहा
- कर्नाटक
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- 29 Mar, 2025
हर चुनाव में राजनीतिक दल वादे करते हैं लेकिन वादे के समय शर्तें नहीं बताई जातीं। सरकार बनने के बाद वादे पूरे करने में बहाने बनाए जाते हैं। कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के चुनावी वादों पर नजर डालिए। बीजेपी का घोषणापत्र तो आज ही जारी हुआ है।
