कर्नाटक चुनाव से करीब एक महीने पहले राज्य में 4 फीसदी मुस्लिम कोटा खत्म कर दिया गया है। इस हिस्से को राज्य के वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों के बीच बांट दिया गया है। दोनों समुदाय पहले से ही राज्य के पावरफुल समुदाय हैं। बीजेपी शासित कर्नाटक सरकार का यह फैसला चुनाव के मद्देनजर लिया गया फैसला है।