यौन शोषण के आरोप में विवादित जेडीएस नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना के भाई और जेडीएस एमएलसी सूरज रेवन्ना को पार्टी के पुरुष कार्यकर्ता से आप्राकृतिक यौनाचार के आरोप में पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। कर्नाटक के क्षेत्रीय मीडिया के मुताबिक सूरज रेवन्ना को पूछताछ के लिए हासन के सीईएन पुलिस स्टेशन लाया गया, जो कई घंटों तक चली। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सूरज रेवन्ना पर आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन संबंध) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दूसरी तरफ सूरज रेवन्ना के सहयोगी शिवकुमार ने पार्टी कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि उन्होंने और उनके रिश्तेदार ने जेडीएस एमएलसी से ₹5 करोड़ की उगाही करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि दोनों ने उनकी मांग पूरी नहीं करने पर राजनेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न का झूठा मामला दर्ज करने की धमकी दी।
राजनीतिक साजिश का आरोपः सूरज रेवन्ना ने आरोपों को राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया है। सूरज के सहयोगी शिवकुमार ने एफआईआर में दावा किया कि शिकायतकर्ता ने बाद में अपनी मांग ₹5 करोड़ से घटाकर ₹2 करोड़ कर दी। शिवकुमार की शिकायत के अनुसार, जेडीएस कार्यकर्ता ने नौकरी की तलाश में छह महीने पहले और फिर जून में सूरज से मुलाकात की थी। एमएलसी ने कार्यकर्ता से कहा कि फिलहाल उस शख्स को नौकरी दिलाने में मदद करना संभव नहीं होगा "लेकिन भविष्य में इस पर विचार किया जा सकता है"।
सूरज हासन के पूर्व सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना का बड़ा भाई है। हासन लोकसभा सीट से हारने वाले प्रज्ज्वल को जर्मनी से लौटने के तुरंत बाद 31 मई को गिरफ्तार कर लिया गया था। एक पेन ड्राइव के जरिए सारा मामला सामने आने के बाद हासन लोकसभा सीट पर मतदान खत्म होते ही वो जर्मनी भाग गया। कर्नाटक सरकार के काफी दबाव और लिखा-पढ़ी के बाद मोदी सरकार ने प्रज्ज्वल रेवन्ना का डिम्पलोमैटिक पासपोर्ट रद्द किया। इसके बाद ही वो भारत लौटने को मजबूर हुआ था। जेडीएस इस समय केंद्र में एनडीए सरकार का हिस्सा है। एचडी कुमारस्वामी केंद्र में मंत्री हैं।
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