भारत की सिलिकॉन सिटी के नाम से पहचाने जाने वाले शहर बेंगलुरु पर इन दिनों जबरदस्त बारिश के बाद आफत आई हुई है। सारे शहर में पानी जमा हुआ है और लोगों का घर से बाहर निकलना बेहद मुश्किल हो गया है। बेहद खराब हालत की वजह से 2 दिन के लिए पीने के पानी की सप्लाई को बंद करना पड़ा है। बेंगलुरु में कई जगहों पर शहर में नाव चलाकर लोग एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं।
कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के हालात को संभालने के लिए 300 करोड़ रुपए जारी करने का फैसला किया है। स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है हालांकि लोग किसी तरह दफ्तर पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, बारिश और बाढ़ की वजह से 430 घर पूरी तरह ढह गए हैं और 2188 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है।
बारिश की वजह से राज्य में 225 किलोमीटर सड़कों, कई पुलों को भी नुकसान पहुंचा है।
इसके अलावा पर्वतीय राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल में भी बाढ़ और बारिश के कारण बुरा हाल है। कई जगहों पर बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं और लोगों की जान भी गई है।
सरकार, निगम जिम्मेदार
बेंगलुरु शहर में बने हालात इस बात को बताते हैं कि नगर निगम और सरकारों ने इतने साल तक भी शहर से पानी की निकासी के लिए कोई भी बेहतर इंतजाम नहीं किए। ऐसा लगभग हर साल होता है जब बाढ़ के कारण बेंगलुरु ही नहीं भारत के तमाम बड़े शहरों के लोगों को अनगिनत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बेंगलुरु की सड़कों पर चलते नाव के वीडियो सोशल मीडिया पर खासे वायरल हो रहे हैं।
हालांकि इस सबके बीच बारिश के पानी को निकालने का काम भी जोर-शोर से चल रहा है। राहत और बचाव के काम में जुटे नगर निगम के कर्मचारियों ने कई लोगों को डूबने से बचाया है।
गाड़ियां खराब,ट्रैफिक जाम
क्योंकि बेंगलुरु आईटी सिटी के नाम से भी विख्यात है इसलिए बड़ी संख्या में देश भर के लोग यहां नौकरी करते हैं। शहर में जमे हुए पानी की वजह से कई जगहों पर गाड़ियां खराब हो गई हैं और इस वजह से लोगों को लंबे ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कुछ इलाकों का दौरा किया है और एसडीआरएफ की कई टीमें प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव के काम में जुटी हुई हैं।
बेंगलुरू में सोमवार को 13 सेंटीमीटर बारिश हुई जो पिछले कुछ सालों में सबसे बड़ा आंकड़ा है। बारिश की वजह से समुद्र का जलस्तर भी बढ़ गया है।
बेंगलुरु में इस तरह की बारिश होना और उसके बाद सिलिकॉन सिटी के कर्मचारियों को परेशानी होना एक बड़ी वजह इसलिए भी है क्योंकि बेंगलुरु की पहचान सारी दुनिया में है। बेंगलुरु की आईटी कंपनियों से राज्य सरकार को हजारों करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है लेकिन सुविधाओं के नाम पर यह हाल है।
यहां याद दिलाना होगा कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी बारिश के कारण बड़ी मुसीबत आई हुई है। वहां पर बारिश और बाढ़ की वजह से लगभग 1300 लोगों की मौत हो गई है और 6 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर होना पड़ा है।
बारिश से जूझा महाराष्ट्र
इस साल जुलाई में महाराष्ट्र को भी भारी बारिश का सामना करना पड़ा था और कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित करने के साथ ही स्कूलों को भी बंद रखना पड़ा था। लगातार कई दिनों तक हुई बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ था और कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। बारिश और बाढ़ की वजह से 90 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। हिंगोली जिले में डेढ़ सौ से ज्यादा मकान ढह गए थे और मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में लोगों को सैकड़ों मुश्किलों का सामना करना पड़ा था।
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