केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की तमाम चर्चाओं को नकार दिया है। गृह मंत्री ने कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही अफवाहों पर ध्यान न देते हुए अपना काम करना चाहिए।
पीटीआई के मुताबिक, अमित शाह ने मुख्यमंत्री को यह भी भरोसा दिया कि अगला विधानसभा चुनाव उनके ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा और राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल ही नहीं है।
बता दें कि कर्नाटक में अगले साल मई में विधानसभा के चुनाव होने हैं। बीते कुछ दिनों से कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं ने तेजी पकड़ी थी और यह अटकलें लग रही थीं कि एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के हाथ में राज्य की कमान दी जा सकती है।
अमित शाह ने मुख्यमंत्री बोम्मई से कहा कि पार्टी अगला चुनाव विकास के मुद्दे पर ही लड़ेगी। अमित शाह ने मुख्यमंत्री से बेहतर प्रशासन देने और युवाओं के लिए आधारित योजना बनाने के लिए भी कहा। गृह मंत्री शाह ने मुख्यमंत्री से कहा कि बीएस येदियुरप्पा भी चुनाव के दौरान उनके साथ खड़े रहेंगे।
अमित शाह मंगलवार को बेंगलुरू पहुंचे थे जहां वह कई कार्यक्रमों में शामिल हुए।
कर्नाटक में जल्द ही कैबिनेट का विस्तार भी होना है और इस संबंध में शाह जल्द ही कर्नाटक सरकार को हरी झंडी दे देंगे।
विवादों में है कार्यकाल
बीजेपी नेतृत्व ने बसवराज बोम्मई को पिछले साल जुलाई के अंत में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था लेकिन उसके बाद से ही राज्य के अंदर कई तरह के विवाद चल रहे हैं। इनमें हिजाब, हलाल मीट, मुस्लिम दुकानदारों को मंदिर के बाहर दुकानें न लगाने देना आदि प्रमुख हैं।
इस वजह से सरकार की आलोचना हुई है और बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री बोम्मई से कहा था कि उन्हें काम करके दिखाना होगा और विकास पर फोकस करना चाहिए।
निश्चित रूप से बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक में बीजेपी की सियासत के सबसे बड़े नेता हैं। बीजेपी को अगले चुनाव में अगर राज्य में वापसी करनी है तो उसे येदियुरप्पा को साथ लेना ही होगा। लेकिन ऐसा माना जाना चाहिए कि अमित शाह के भरोसा देने के बाद नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही तमाम अटकलें अब थम जाएंगी।
अपनी राय बतायें