जम्मू कश्मीर के नरवाल में
हुए बम धमाकों में पुलिस ने एक स्कूल शिक्षक से आतंकवादी बने आरिफ को गिरफ्तार
किया है। पुलिस ने जांच के दौरान आरिफ के पास से एक परफ्यूम आईईडी भी बरामद किया
है। पुलिस प्रमुख ने बताया कि यह पहली बार है जब केंद्र शासित प्रदेश में इस तरह
का बम बरामद किया गया हो। अगर कोई इसे दबाने या खोलने की कोशिश करेगा तो आईईडी में
ब्लास्ट हो जाएगा, हमारी विशेष टीम
उस आईईडी को संभाल रही है।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस
महानिदेशक दिलबाग सिंह ने गुरुवार को बताया कि वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों को ले
जा रही बस में विस्फोट सहित कई और विस्फोट करने के आरोप में शिक्षक से आतंकवादी
बने एक व्यक्ति आरिफ को गिरफ्तार किया गया है। जम्मू के नरवाल में हुए दो बम
विस्फोटों के बाद चल रही जांच में रियासी जिले के निवासी आरिफ को गिरफ्तार किया
गया है।
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पुलिस ने बताया कि आरोपी
ने 20 जनवरी को दो बम प्लांट
किये थे, जिनमें 21 जनवरी को 20 मिनट के अंतराल पर दो बम विस्फोट हुए थे। इन बम धमाकों को
उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेना था। नरवाल में हुए धमाकों में पहले
बम विस्फोट के बाद नौ लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने कहा कि वैष्णो देवी की यात्रा
पर तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए बम विस्फोट और फरवरी 2022 में जम्मू के शास्त्री नगर इलाके में आईईडी विस्फोट और 21 जनवरी को नरवाल में दोहरे विस्फोट के आरोपों
में आरिफ ने अपनी शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है।
पुलिस ने जिस एक आतंकवादी
आरिफ को गिरफ्तार किया है, वह पिछले तीन साल
से पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में था। वरिष्ठ पुलिस
अधिकारी दिलबाग सिंह ने कहा कि कासिम नाम के लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी के प्रभाव
में काम करने वाले आरोपी के पास दिसंबर के अंत में तीन आईईडी मिले, जिनमें से दो का इस्तेमाल उसने नरवाल इलाके में
किया।
पाकिस्तान अपनी जमीन से
आतंकवाद का प्रचार करने और दुनिया भर में सैकड़ों निर्दोष लोगों की हत्या करने के
लिए बदनाम है। जम्मू-कश्मीर पिछले कुछ समय से निशाने पर है। वे (पाकिस्तान)
जम्मू-कश्मीर में लोगों के बीच सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना चाहते हैं।
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