loader

कश्मीर: आतंकियों ने की एक ‘बाहरी’ मजदूर की हत्या, एक घायल

कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने बाहरी लोगों को निशाना बनाया है। गुरुवार रात को जम्मू-कश्मीर के बडगाम के चढूरा गांव में आतंकियों ने दो मजदूरों को गोली मार दी। इन में से एक की मौत हो गई। उसकी पहचान दिलखुश कुमार के रूप में हुई है। दिलखुश की उम्र 17 साल थी और वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला था। 

जबकि दूसरा शख्स घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह दोनों ही एक ईंट भट्टे पर काम करते थे। 

वारदात के बाद पुलिस ने इलाके को खाली करा लिया और आतंकियों की तलाश की।

ताज़ा ख़बरें
इस साल कश्मीर में अब तक 17 लोगों की टारगेट किलिंग हो चुकी है। मई से अब तक आतंकी ताबड़तोड़ एक के बाद एक 8 लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं। 

बैंक मैनेजर की हत्या

बता दें कि गुरुवार सुबह ही कुलगाम में एक बैंक मैनेजर विजय कुमार की आतंकियों ने बैंक में घुसकर हत्या कर दी थी। विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे। 

जबकि 31 मई को कुलगाम के सरकारी स्कूल में टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी बीच शोपियां जिले में फारुख अहमद शेख नाम के शख्स पर आतंकियों ने गोलियां चला दी और शोपियां में ही 3 जवान जब एक ऑपरेशन में शामिल होने के लिए जा रहे थे तो रास्ते में आतंकियों ने बम धमाका किया जिसमें वे घायल हो गए।

इस तरह आतंकी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। 

ट्रांसफर करने की मांग 

कश्मीर के तमाम जिलों में काम कर रहे हिंदू कर्मचारी राहुल भट की हत्या के बाद से ही उनका यहां से ट्रांसफर किए जाने की मांग कर रहे हैं। मई महीने में बडगाम जिले के चढूरा इलाके में कश्मीरी पंडित राहुल भट की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

जम्मू-कश्मीर से और खबरें

कर्मचारियों का कहना है कि वे यहां खौफ में रह रहे हैं और सरकार जल्द से जल्द उनका यहां से ट्रांसफर करे।

बड़ी बैठक आज 

उधर, अमित शाह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के साथ ही केंद्र सरकार के कुछ आला अफसर भी शामिल होंगे। बैठक में अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों के बारे में भी बातचीत होगी।

अमरीन भट की हत्या 

बीते महीने टीवी कलाकार अमरीन भट की आतंकियों ने बडगाम के चढूरा इलाके में घर के बाहर हत्या कर दी थी। आतंकियों ने उनके भांजे को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। उससे पहले आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी गुलाम हसन डार की श्रीनगर में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपने पिता को बचाने आई 7 साल की बेटी भी हमले में घायल हो गई थी। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

जम्मू-कश्मीर से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें