कश्मीर में एक के बाद एक हो रही टारगेट किलिंग के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को अहम बैठक की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा से जुड़े तमाम आला अफसरों के साथ ही उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। केंद्र सरकार के कुछ आला अफसर भी बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों के बारे में भी बातचीत हुई।
गुरुवार को अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और जम्मू से आने वाले केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ बैठक की थी। इसमें जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर गहन चर्चा हुई थी।
इस साल कश्मीर में अब तक 17 लोगों की टारगेट किलिंग हो चुकी है। मई से अब तक आतंकी ताबड़तोड़ एक के बाद एक 8 लोगों को मौत के घाट उतार चुके हैं।
बीते साल कश्मीर में 182 आतंकी मारे गए जबकि 35 नागरिकों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इनमें से कई मामलों में बाहरी मजदूरों को निशाना बनाया गया।
बेखौफ हैं आतंकी
कश्मीर में आतंकी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। गुरुवार रात को जम्मू-कश्मीर के बडगाम के चढूरा गांव में आतंकियों ने दो बाहरी मजदूरों को गोली मार दी। इनमें से एक की मौत हो गई।
जबकि दूसरा शख्स घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये दोनों एक ईंट भट्टे पर काम करते थे।
बता दें कि गुरुवार सुबह ही कुलगाम में एक बैंक मैनेजर विजय कुमार की आतंकियों ने बैंक में घुसकर हत्या कर दी थी। विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे।
जबकि 31 मई को कुलगाम के सरकारी स्कूल में टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी बीच शोपियां जिले में फारुख अहमद शेख नाम के शख्स पर आतंकियों ने गोलियां चला दी और शोपियां में ही 3 जवान जब एक ऑपरेशन में शामिल होने के लिए जा रहे थे तो रास्ते में आतंकियों ने बम धमाका किया जिसमें वे घायल हो गए।
कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन
कश्मीर के तमाम जिलों में काम कर रहे कश्मीरी पंडित और हिंदू कर्मचारी राहुल भट की हत्या के बाद से ही उनका यहां से ट्रांसफर किए जाने की मांग कर रहे हैं। वे इस मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। मई महीने में बडगाम जिले के चढूरा इलाके में कश्मीरी पंडित राहुल भट की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
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