जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद होने वाले पाँच जवानों में से एक कर्नल आशुतोष शर्मा अपनी जान की परवाह किए बिना बंधक बनाए गए नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों की माँद में घुस गए थे। वह आख़िरी समय तक आतंकवादियों के ख़िलाफ़ बहादुरी से लड़ते रहे।