भारतीय रेल ने रेल परिचालन के निजीकरण की ओर पहला कदम बढ़ाते हुए निजी कंपनियों को 109 रूटों पर ट्रेनें चलाने की अनुमति देने का फ़ैसला किया है। इस व्यवस्था के तहत शुरू में 151 ट्रेनें चलेंगी। हर कंपनी को कम से कम 30 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश करना होगा।