भारत को 5 खरब डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के दावे के बीच ख़बर यह आई है कि  औद्योगिक उत्पादन दर एक बार फिर गिरा है, उसके साथ ही महंगाई की दर बढ़ी है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक मई महीने में गिर कर 3.1 प्रतिशत पर आ गई। बीते साल इसी महीने यह 3.8 प्रतिशत पर थी। दूसरी ओर, इस दौरान महँगाई 3.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी। सरकारी आँकड़ों से साफ़ है कि मई महीने में औद्योगिक उत्पादन की दर और कम हो सकती थी, लेकिन बिजली क्षेत्र के बेहतर कामकाज से यह यहाँ तक पहुँच सकी। उत्पादन क्षेत्र के कामकाज में बढ़ोतरी मई महीने में 2.5 प्रतिशत की दर से हुई। पिछले साल मई महीने में उत्पादन क्षेत्र की वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत थी। खनन क्षेत्र में विकास दर 3.2 फ़ीसदी थी, जबकि बीते साल इसी दौरान यह 5.8 प्रतिशत थी। इसे बड़ी गिरावट कहा जा सकता है।