तीसरी तिमाही की जीडीपी विकास दर ने फिर से निराश किया है। शुक्रवार को जारी आँकड़ों के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था 2024-25 की तीसरी तिमाही में 6.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी। यह उम्मीद के अनुसार नहीं है। एक साल पहले इसी अवधि में यह दर 9.5 फ़ीसदी रही थी। तो क्या यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं? यदि स्थिति अच्छी है तो निर्माण क्षेत्र का प्रदर्शन ख़राब क्यों है, विदेशी निवेशक भाग क्यों रहे हैं, शेयर बाज़ार धड़ाम क्यों गिर रहा है और कंपनियों का उत्पादन गिर क्यों रहा है?