ख़राब अर्थव्यवस्था के बीच ऑटो उद्योग की स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है। लगातार दसवें महीने कारों सहित यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट रही है। पिछले एक साल में इसमें 30.9 फ़ीसदी की गिरावट आई है। पिछले साल अगस्त महीने में जहाँ क़रीब तीन लाख यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी वहीं इस साल अगस्त में यह गिरकर क़रीब दो लाख तक पहुँच गई है। पिछले महीने ही ख़बर आयी थी कि साल भर में क़रीब 300 डीलर दुकानें बंद हो गई हैं और इसके बाद कुछ डीलरों के दिवालिया होने की स्थिति पैदा हो गई है। हाल के दिनों में ऐसी ख़बरें आती रही हैं ऑटो सेक्टर की हालत ख़राब है और ऑटो पार्ट्स बनाने वाली कंपनियों को बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकालना पड़ा है।
डूबती अर्थव्यवस्था! वाहनों की बिक्री में लगातार 10वें महीने गिरावट
- अर्थतंत्र
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- 9 Sep, 2019
ख़राब अर्थव्यवस्था के बीच ऑटो उद्योग की स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है। लगातार दसवें महीने वाहनों की बिक्री में गिरावट रही है। पिछले एक साल में इसमें 30.9 फ़ीसदी की गिरावट आई है।

कार बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी की कारों की बिक्री में पिछले एक साल में 36 फ़ीसदी की गिरावट आई है। 'नेटर्वक 18' की रिपोर्ट में कहा गया है कि टाटा मोटर्स की कारों की बिक्री में पिछले साल के मुक़ाबले 60 फ़ीसदी की गिरावट आई है। स्कोडा की कारों में 12.5 फ़ीसदी की गिरावट आई है। कोरियाई निर्माता कंपनी ह्युंडई को 17 फ़ीसदी का नुक़सान हुआ। होंडा के वाहनों की बिक्री में भी 51.3 गिरावट आई। निसान को 54.5 और फ़िएट को 56.5 फ़ीसदी नुक़सान हुआ।