भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले दो दशकों में सुधार हुआ है, लोगों की आय बढ़ी है, पर असमान विकास हुआ है और यह असमानता दूसरी जगहों से ज़्यादा है। असमानता का आलम यह है कि सिर्फ़ एक प्रतिशत लोगों के पास पूरी आमदनी का 20 प्रतिशत हिस्सा है।