देश में गेहूं और चावल के निर्यात पर प्रतिबंध और अन्य पाबंदियों ने कारोबार को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। रही सही कसर प्याज पर एक्सपोर्ट ड्यूटी लागू करने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कुल मिलाकर गेहूं, चावल, प्याज पर तमाम पाबंदियों का कारोबारी विरोध कर रहे हैं। सरकार ने दो दिन पहले प्याज की बढ़ती कीमतों को काबू करने के लिए उस पर 40% निर्यात शुल्क (एक्सपोर्ट ड्यूटी) लगाई है। निर्यातक इसके विरोध में खुल कर आ गए हैं। नासिक में सोमवार को विरोध में थोक मंडी बंद रही।
गेहूं, चावल, प्याज कारोबारी सरकार के निर्यात प्रतिबंध से खुश क्यों नहीं
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- 29 Mar, 2025
गेहूं, चावल, प्याज का निर्यात करने वाले कारोबारी सरकार की निर्यात शुल्क नीति से बहुत नाराज हैं। कारोबारी कह रहे हैं कि निर्यात शुल्क लागू करने से पहले सरकार गेहूं, चावल, प्याज का वो न्यूनतम मूल्य तय करे, जिस पर निर्यात शुल्क लगाया जाता है। सरकार के ऐसा न करने का फायदा पोर्ट वालों और उसके स्टेकहोल्डर्स को होगा। कारोबारी किस तरफ इशारा कर रहे हैं, इसे समझा जा सकता है। क्योंकि गेहूं, चावल, प्याज का निर्यात पोर्ट के जरिए होता है और देश में तमाम पोर्ट अब निजी क्षेत्र के पास हैं।
