उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज कहा कि शिक्षा के भगवाकरण में बुराई क्या है। उन्होंने हरिद्वार में एक कार्यक्रम में उन्होंने मातृ भाषा पर खासा जोर दिया। हरिद्वार में देव संस्कृति विश्व विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने कहा कि हम पर शिक्षा का भगवाकरण करने का आरोप है, लेकिन फिर भगवा में क्या गलत है? सर्वे भवन्तु सुखिनः (सभी खुश रहें) और वसुधैव कुटुम्बकम (दुनिया एक परिवार है), जो हमारे प्राचीन ग्रंथों में निहित दर्शन हैं, भारत के मार्गदर्शक सिद्धांत हैं।



उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने देश के लोगों से अपनी गुलामी वाली मानसिकता छोड़ने और अपनी पहचान पर गर्व करना सीखने को कहा।