पंजाब के लिए राजधानी चंडीगढ़ और सतलुज यमुना लिंक नहर का पानी इमोशनल मुद्दे रहे हैं। अकालियों ने इन दोनों मुद्दों पर कई बार चुनाव जीते हैं। लेकिन अब चंडीगढ़ के मुद्दे पर राजनीति फिर शुरू हो गई है। दरअसल, इसकी शुरुआत कुछ इस तरह हुई। पंजाब में जैसे ही आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, अगले ही दिन गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा कर दी कि चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश के सभी कर्मचारी-अधिकारी अब केंद्र सरकार की सेवा नियमों के तहत आएंगे। पहले इन कर्मचारियों-अधिकारियों पर पंजाब सर्विस रूल लागू होता था। चंडीगढ़ वाकई में बाबुओं (नौकरशाहों) या रिटायर्ड फौजी अफसरों का शहर है।