जब इस प्रस्ताव को पास किया गया तो सिर्फ बीजेपी के पार्षद ही सदन में मौजूद थे जबकि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के पार्षदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
हरियाणा विधानसभा ने चंडीगढ़ पर पंजाब विधानसभा के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया। हरियाणा ने आज अपने प्रस्ताव में एसवाईएल नहर और हिन्दी भाषी इलाके का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पहले केंद्र सरकार इन्हें हल करे। हरियाणा के तमाम विधायकों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर पंजाब के प्रस्ताव का विरोध किया।
चंडीगढ़ पर पंजाब और हरियाणा के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। हरियाणा विधानसभा का कल विशेष सत्र बुलाया गया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी सरकार की राय एक जैसी है।
एसवाईएल कैनाल पर हरियाणा में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस और इनैलो ने पंजाब जैसा विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक सोमवार को दिल्ली में बुलाई गई है।
पंजाब ने कल विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर चंडीगढ़ को पूरी तरह पंजाब को सौंपने का प्रस्ताव पारित किया तो हरियाणा ने आज एसवाईएल का मुद्दा छेड़ दिया। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने आज कड़ा बयान दिया है।