हिंडनबर्ग रिपोर्ट में गौतम अडानी से भी ज़्यादा बार जिन विनोद अडानी का नाम आया था, अब वह फिर से चर्चा में हैं। वह उन भारतीय उद्योगपतियों में से हैं जिन्होंने साइप्रस में 'गोल्डन पासपोर्ट' हासिल किया था। यह साइप्रस में दुनिया भर के अमीरों को निवेश को बढ़ावा देने की एक योजना थी। यह योजना भारतीय धनाड्यों की पसंदीदा थी। यानी ऐसी जगह जहाँ हजारों करोड़ रुपये निवेश करने पर कई तरह की जाँच-पड़ताल से तो छूट थी ही, उनको साइप्रस की नागरिकता भी दी जाती थी।
विनोद अडानी का नाम पैंडोरा पेपर्स से लेकर हिंडनबर्ग तक हर खुलासे में क्यों?
- देश
- |
- 15 Nov, 2023
गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी वो नाम हैं जिनका नाम क़रीब-क़रीब हर खुलासे में सामने आता रहा है। जानिए, अब उनका नाम क्यों चर्चा में है।

फ्लोटिंग ऑफशोर कंपनियों के लिए साइप्रस अमीर भारतीयों और एनआरआई की भी पसंदीदा है। यह जगह उन लोगों की भी पसंदीदा है जो कई देशों में आपराधिक आरोपों और मनी-लॉन्ड्रिंग मामलों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए इसकी नागरिकता हासिल करना चाहते हैं।