स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा किसान आंदोलन दिल्ली की  सरहदों पर जारी है। पिछले 60 दिनों में पाँच दर्जन से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। कड़ाके की ठंड में लाखों किसान बूढ़े-बुजुर्ग, बच्चों और औरतों समेत डटे हुए हैं। सरकार के साथ 10 दौर की बातचीत हो चुकी है। लेकिन सरकार किसानों की मुख्य माँग मानने के लिए तैयार नहीं है। किसान भी तीनों काले क़ानून रद्द कराए बग़ैर पीछे हटने के लिए कतई राजी नहीं है।